Swiggy IPO: क्या है आपके लिए मुनाफे का मौका या जोखिम? जानें पूरी कहानी
Swiggy जल्द अपना IPO लॉन्च कर रहा है, जो 6-8 नवंबर तक पब्लिक के लिए खुलेगा। IPO से मिली राशि का उपयोग कंपनी अपने "क्विक कॉमर्स" सेगमेंट के विस्तार और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में करेगी।
IPO के जरिए जुटाई गई राशि का उपयोग
स्विगी ने इस IPO से मिलने वाले फंड को अपने बिजनेस ग्रोथ के लिए इस्तेमाल करने का प्लान बनाया है। इस धनराशि का बड़ा हिस्सा कंपनी के "क्विक कॉमर्स" सेगमेंट के विस्तार और इसके इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने पर खर्च किया जाएगा।
मौजूदा निवेशकों का स्टेक सेल
इस IPO में स्विगी के प्रमुख निवेशक जैसे Accel, Coatue, Alpha Wave, Elevation, Norwest और Tencent अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रहे हैं। इसका मतलब है कि ये इनवेस्टर्स अपनी हिस्सेदारी को कम करेंगे, जिससे आम निवेशक इसमें हिस्सेदारी ले सकेंगे।
स्विगी के प्रमुख शेयरधारक कौन हैं?
स्विगी में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी Process नामक कंपनी के पास है, जिसकी कंपनी एमआईएच इंडिया फूड होल्डिंग्स के पास 30.93% शेयर हैं। इसके अलावा, सॉफ्टबैंक ग्रुप की SVF II SONGBIRD (DE) LLC के पास 7.75%, Essel India के पास 4.71%, और Tencent Cloud के पास 3.64% शेयर हैं। स्विगी के को-फाउंडर और ग्रुप सीईओ श्रीहर्ष मजेती के पास 5.36% और को-फाउंडर लक्ष्मी नंदन रेड्डी ओबुल के पास 1.75% हिस्सेदारी है।
कंपनी की वित्तीय स्थिति
वित्त वर्ष 2024 में स्विगी ने अपने घाटे को काफी हद तक कम किया है। इसका घाटा 4,179.3 करोड़ रुपये से घटकर 2,350.2 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं, कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 36% बढ़कर 11,247.4 करोड़ रुपये हो गया है। जून तिमाही में स्विगी का घाटा 564 करोड़ रुपये से बढ़कर 611 करोड़ रुपये हो गया, जबकि रेवेन्यू 35% बढ़कर 3,222.2 करोड़ रुपये हो गया है।
क्या आपको निवेश करना चाहिए?
स्विगी की ग्रोथ और बिजनेस मॉडल को देखते हुए यह IPO उन निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकता है जो लॉन्ग-टर्म में क्विक कॉमर्स और फूड डिलीवरी सेक्टर में ग्रोथ देखना चाहते हैं। हालांकि, घाटे में चल रही कंपनी के IPO में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से जरूर सलाह लें, क्योंकि बाजार में उतार-चढ़ाव का प्रभाव स्विगी की परफॉर्मेंस पर पड़ सकता है।
What's Your Reaction?